देवता इण्टर कालेज मोरना (बिजनौर)।


विद्यालय का संक्षिप्त इतिहास


स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् के प्रथम दो दशक शिक्षा प्रसार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण रहे। प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के अनेक विद्यालयों का जन्म और विकास हुआ आस पास के क्षेत्र में शिक्षा प्रकाश स्तम्भ स्थापित होते देखकर ग्राम मोरना के विशिष्ट व्यक्तियों में सन् 1964 में अपने यहां एक माध्यमिक स्तर शिक्षा मन्दिर की स्थापना करने की लालसा जाग्रत हुई। जुलाई 1964 में जूनियर हाईस्कूल स्तर पर विद्यालय प्रारम्भ हुआ जिसके प्रथम प्रधानाध्यापक गोहावर निवासी श्री जगत सिंह थे । अक्टूबर 1964 में विद्यालय तैयार कर रजिस्टर्ड करा लिया गया और विद्यालय का नाम जूनियर हाईस्कूल मोरना रखा गया तथा सन् 1964 में अस्थाई जूनियर हाईस्कूल की मान्यता प्राप्त हुई। यह विद्यालय धामपुर नूरपुर मार्ग पर धामपुर से 13 किलोमीटर तथा सड़क से पूरव 1/2 किलोमीटर की दूरी पर तथा नूरपुर से 8 किलोमीटर की दूरी पर देवता इण्टर कालेज मोरना स्थित है। सन् 1972 में हाईस्कूल की मान्यता सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद के पत्रांक आईबी / मान्यता / 71-72 दिनांक 24.10.1972 द्वारा स्वीकृत हुई। सन् 1976 में विद्यालय अनुदान सूची पर आया। सन् 1989 को विद्यालय को इण्टर स्तर पर साहित्यक वर्ग की मान्यता अतिरिक्त सचिव मा०शि०परि० उ०प्र० कार्यलय मेरठ के पत्रांक मान्यता 774 दिनांक 04.10.1979 को स्वीकृत हुई। सन् 1987 में गणित विज्ञान की हाईस्कूल मान्यता पत्रांक संo आई०बी०/ मान्यता / 2737 / 86-87 बरेली दिनांक 29.03.1987 द्वारा स्वीकृत हुई।

सन् 1995 में इण्टर स्तर पर अतिरिक्त विषय कृषि की मान्यता पत्रांक मान्यता / 16-20 / बरेली दिनांक 03.04.1995 को स्वीकृत हुई तथा 1995 में डी अतिरिक्त विषय विज्ञान वैकल्पिक विषय अंग्रेजी, भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित की मान्यता परिषदीय कार्यालय के पत्रांक अतिरिक्त वर्ग मा०शि० विज्ञान / मान्यता / 1996 / 95-96 बरेली दिनांक 23.12.1995 द्वारा स्वीकृत हुई। सन् 1991 में हाईस्कूल विज्ञान 2 अतिरिक्त विषय मान्यता पत्रांक सं० मान्यता / 671/90-91 दिनांक 01.07.1991 द्वारा स्वीकृत हुई। सन् 1993 में हाईस्कूल कला, नागरिक शास्त्र इतिहास की मान्यता पत्रांक स० मान्यता / 1813-17/1992-93 दिनांक 15.12.1993 द्वारा स्वीकृत हुई। सन् 2003 में इण्टर स्तर पर गृह विज्ञान एंव कला की मान्यता परिषद कार्यालय के पत्रांक अतिरिक्त विषय मान्यता / 2452-57 दिनांक 09.12.2003 से स्वीकृत है। यह विद्यालय 1260 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्मित है विद्यालय के पास 1.330 हेक्टेयर कृषि भूमि है तथा विद्यायल का कीड़ा स्थल 7776 वर्गमीटर है। विद्यालय की इमारत तथा पुख्ता चाहरदीवारी तथा अग्निशमन यन्त्र पी०डब्ल्यू०डी के अभियन्ता से प्रमाणित है। विद्यालय के प्रागण राया कक्षा कक्षों में 55 सी०सी०टी०वी० कैमरे एंव वाइस रिकार्डर लगे हुए हैं। जिसकी निगरानी में अध्यापन कार्य किया जाता है।